5. पुराने सोने का लेनदेन यह ज्वेलरी व्यवसाय का अविभाज्य अंग है। उस में वास्तव में कितना मुनाफा होता है? यह जानने के लिए क्या करें?

पुराने सोने में मुनाफे की चतुःसूत्री

ज्वेलरी व्यवसाय में बिक्री का एक बडा हिस्सा ‘पुराने सोने के बदले में नए गहने देना’ इस एक्स्चेंज सेल पर निर्भर रहता है। ऐसे पुराने सोने के लेनदेन में उसके फायदे तक पहुंचने के लिए निम्नलिखित चार काम करना आवश्यक है।

  1. पुराना सोना, पुराने गहने अच्छी क़ीमत में खरीदना।
  • पुराना सोना खरीदने की एक उचित पद्धति तैयार करें।
  • पुराना सोना तय की गई पद्धति अनुसार ही खरीदें।
  1. ज्वेलरी व्यवसाय में खरीदे हुए पुराने सोने से अधिक मुनाफा कमाना।
  • पुराने सोने को वर्गीकृत करें। जैसे शुद्ध सोना या वलय, फिर से इस्तेमाल करने लायक गहने और मेल्टिंग का सोना आदि।
  • शुद्ध सोना सीधे बुलियन ( वलय या बिस्कुट) के रूप में बिक्री के लिए उपलब्ध करें।
  • फिर से इस्तेमाल कर सके ऐसे गहने, थोडे पॉलिशिंग या थोडी दुरूस्ती के बाद सीधे नए गहनों के तौर पर बिक्री के लिए रखें और मुनाफा बढाएं।
  • सीधे बिक्री न कर सकें ऐसा पुराना सोना ही मेल्टिंग के लिए भेजें।
  1. मेल्टिंग के सोने में से फायदे और नुकसान की जाँच कर लेना।
  • सोना उचित पद्धति से ही मेल्टिंग और रिफायनिंग कर लें।
  • मेल्टिंग के बाद उसकी शुध्दता, आपने निर्धारित की हुई शुद्धता से और क़ीमत से मेल करके देखें।
  1. ज्वेलरी व्यवसाय में पुराने सोने में हुए फायदे का अकाउंटिंग में भी अचूक हिसाब रखें, पुराने सोने का अकाउंटिंग सही तरीके से करें। पुराने सोने में हुआ फायदा ट्रेडिंग अकाउंट में परिवर्तित होने के लिए योग्य पद्धति तैयार करें।

उपरोक्त सभी काम, सहज और अचूक होने के लिए, ॲक्मे इन्फिनिटी के इआरपी सॉफ्टवेअर में खास सुविधा और रिफायनरी मोड्यूल दिया गया है जो निम्नलिखित तरीकों से काम करता है।

  1. पुराना सोना, पुराने गहने अच्छी क़ीमत से खरीदने के लिए।
  • ज्वेलरी व्यवसाय में पॉलिसी के अनुसार; बिक्री की क़ीमत पर आधारित होनेवाली पुराने सोने की खरीद की क़ीमत, फॉर्म्युले के जरिए इन्फिनिटी सॉफ्टवेअरमें सेट कर के रख सकते है।
  • इस ज्वेलरी सॉफ्टवेअर में, सोना अगर सिर्फ खरीदना हो तो अलग क़ीमत और अगर एक्स्चेंज (पुराना सोना लेकर अगर नए गहने देना) करना हो तो अलग क़ीमत, ऐसा सेट कर सकते है।
  • खरीदा जानेवाला पुराना सोना, अपनी दुकान से बिक्री किया गया है या अन्य दुकान से बेचा गया है ऐसे वर्गीकृत कर के उस अनुसार, उसके एस्टीमेटेड फाईन वेट का हिसाब इन्फिनिटी सॉफ्टवेअर में लगाया जाता है।
  • अपनी दुकान से बिक्री किए गए सोने के लिए कॅरेट के अनुसार योग्य पद्धति से क़ीमत देने की और अन्य दुकान से बिक्री किए गए सोने के लिए, उसकी शुद्धता जाँच कर उसके अनुसार क़ीमत लगाने की (उसका फाईन वेट लेने की) सुविधा इन्फिनिटी सॉफ्टवेअर में दी गयी है। अब गोल्ड टेस्टिंग ने इस प्रक्रिया में अधिक सटीकता लाना आसान बनाया है।

ऐसी विशेषताओं के साथ, ज्वेलरी व्यवसाय में पुराना सोना उचित मूल्यसे खरीदकर नुकसान से बचा जा सकता है।

  1. ज्वेलरी व्यवसाय में खरीदे हुए पुराने सोने से अधिक मुनाफा कमाने के लिए
  • इन्फिनिटी सॉफ्टवेअर में, दिन के अंत में, पूरे दिन के पुराने सोने की एक अलग बैच तैयार होती है।
  • इस बैच से, बुलियन (कॉईन्स) और पॉलिश कर के इस्तेमाल किए जा सकते हैं ऐसे गहने, आसानी से अलग- अलग किए जाते हैं।
  • बाकी बचा सोना आगे अपनेआप मेल्टिंग प्रोसेस के लिए भेजा जाता हैं।

इस वर्गीकरण के साथ, ज्वेलरी व्यवसाय में पुराने सोने के व्यवहार में मुनाफा बढने में मदद मिलती है।

  1. मेल्टिंग के सोने में से फायदे और नुकसान की जाँच करने के लिए।
  • मेल्टिंग को दिया हुआ सोना वापस आने के बाद, उसका एक टुकडा लॅब सॅम्पल के रूप में निकालकर, लॅब में उसकी शुद्धता स्वतंत्र रूप से जाँची जाती है।
  • लॅब सॅम्पल निकालकर बचा हुआ सोना, मेटल बॉल के रूप में रिफायनिंग के लिए भेजकर, उसका फाईन वेट निकाला जाता है।
  • अब, ग्राहक को दिए गए पैसों के बदले, मिला हुआ पुराना सोना, लॅब रिपोर्ट और आखिर में बचा हुआ फाईन गोल्ड, इस में कितना फायदा या नुकसान हुआ है, यह इन्फिनिटी सॉफ्टवेअरमें बैच (लॉट) तैयार करने की वजह से अचूक और आसानी से ध्यान में आता है।
  • ऐसे बॅचेस, ब्रँच के अनुसार भी बनते है। जिससे पुराने सोने में हुआ मुनाफा ब्रँच के अनुसार भी समझ आता है।
  • ऐसे बॅचेस डेट के अनुसार भी बनते है।
  1. पुराने सोने में हुआ फायदा अकाउंटिंग में भी अचूक सामने आने के लिए
  • इन्फिनिटी सॉफ्टवेअर में पुराने सोने का स्वंतंत्र ट्रेडिंग अकाउंट तैयार होता है।
  • कारीगर को देकर फाईन आने के बाद; पुराना सोना 22 कॅरेट, स्टँडर्ड बार या कॉईन में रूपांतरित होता है। नए ऑर्नमेंटमें रूपांतरित किए गए पुराने सोने का मूल्यांकन, URD वेटेड ॲव्हरेज से अपनेआप होता है। इस वजह से, ज्वेलरी व्यवसाय में पुराने सोने के लेनदेन में हुआ मुनाफा आपको ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए समझ में आता है।

इस तरह, ॲक्मे इन्फिनिटी के इआरपी सॉफ्टवेअर के माध्यम से, ज्वेलरी व्यवसाय में पुराने सोने की योग्य क़ीमत प्राप्त होती है, उसे वर्गीकृत करने से उस में होने वाला मुनाफा बढता है, मेल्टिंग के बाद उस में होनेवाले फायदे-नुकसान की अचूक जाँच होती है और सबसे अहम बात, पुराने सोने के लेनदेन में हुआ फायदा अलग ट्रेडिंग अकाउंट में दर्शाया जाता है। इसी वजह से पुराने सोने के लेनदेन में मालिक(ज्वेलर) को व्यस्त (उलझे) रहने की आवश्यकता नहीं होती

कहते है ना… पुराना याने सच्चा सोना, मतलब पुराने का सौदा याने फायदे का सौदा।